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विस्तार : सीक्रेट ऑफ डार्कनेस (भाग : 39)






विस्तार की आँखे धीरे-धीरे खुल रही थीं। उसके आँखों के सामने ग्रेमाक्ष के रूप में एक भयानक स्वप्न सजीव रूप में खड़ा था जिसे देखते ही किसी सामान्य मनुष्य की रूह तक काँप जाती। वह स्थान किसी विशाल कक्ष का परिसर लग रहा था, विस्तार आँख खुलते ही खड़ा होने का प्रयास करने लगा, परन्तु वह जाल में बंधा हुआ था जिसके कारण उसके सारे प्रयत्न बेकार गए। सामने की ओर एक विशालकाय ऊँचे आसन पर बैठा हुआ ग्रेमाक्ष शैतानी अट्ठहास कर रहा था, वहीं उसके पास ही उसके सेवक मंडली के तीन प्रमुख योद्धा भी खड़े थे, सभी के चेहरों पर विजयी भाव थे। अत्यधिक ऊर्जा के प्रयोग एवं उसके पश्चात इलूज़ एवं डार्क लीडर के तन्त्रजाल के द्वारा दिखाए गए भयंकर दुःस्वप्न ने विस्तार को अत्यधिक कमज़ोर एवं विचलित कर दिया था।

"ग्रेमाक्ष तुमसे बहुत खुश हुआ मेरे सेवकों! इसे समाप्त कर दिया जाए।" ग्रेमाक्ष अपने विचित्र आसन से उठकर विस्तार की ओर बढ़ते हुए बोला। यह सुनकर वीर के चेहरे की चमक गायब हो गयी, दूसरी ओर डार्क लीडर की लपटें ऊंची उठने लगी, जिससे यह जाहिर था कि वह यही चाहता था।

"लेकिन जरा ठहरो! ग्रेमाक्ष एक योद्धा है और ये विस्तार भी! इसे बन्धन में ही साधारण मृत्यु दण्ड देने से हमें कोई लाभ नही प्राप्त होगा। मैं चाहता हूँ सृष्टि के समस्त जीव मुझसे डरें" विस्तार की ओर बढ़ते हुए डार्क लीडर को रोकते हुए ग्रेमाक्ष बोला। "मैं इसकी आँखों में स्वयं का डर देखना चाहता हूँ, इस सम्पूर्ण सृष्टि  पर ग्रेमाक्ष का भय व्याप्त होना चाहिए। इसे इस बन्धन से मुक्त कर दो!" ग्रेमाक्ष के चेहरे पर खूंखारता नृत्य कर रही थी। यह सुनते ही वीर के चेहरे की भी चमक लौट आयी! ग्रेमाक्ष के आदेशानुसार डार्क लीडर ने विस्तार को उस जाल से स्वतंत्र कर दिया।

"स्वामी! क्यों न आप ही इस सृष्टि के समस्त प्राणियों के समक्ष मिशाल पेश करने के लिए इस दुष्ट को अपने ही हाथों से उचित एवं भयानक मौत दें।" वीर मुस्कुराते हुए चापलूसी भरे स्वर में बोला।

"अच्छा विचार पेश किया है तुमने!" ग्रेमाक्ष अपने हाथों में अपना विचित्र हथियार 'सोर्ड-एक्स'(तलवार और फरसे का मिलाजुला रूप) लेकर विस्तार की ओर बढ़ा।

"नही लार्ड! रुक जाइये, अपने इस सेवक के रहते आपको कोई जहमत उठाने की जरूरत नही है। विस्तार नाम के इस पतंगे का अब फड़फड़ाना यही खत्म होगा।" डार्क लीडर, ग्रेमाक्ष को रोककर विस्तार की ओर आगे बढ़ा। सुपीरियर लीडर किसी भी हाल में डार्क लीडर को ग्रेमाक्ष का करीबी बनता नही देख सकता था परन्तु इस वक़्त उसने चुप रहना ही बेहतर समझा। विस्तार अब धीरे-धीरे कुछ समझ रहा था परन्तु डार्क लीडर और वीर आदि को एक साथ देखकर काफी हैरान हुआ। वह ग्रेमन और नराक्ष से भली भांति परिचित था परन्तु ग्रेमाक्ष उसके लिए बिल्कुल नया शख्स था।

"तुम बीच में मत पड़ो डार्क लीडर! यदि स्वामी ऐसा करते हैं तो इन्हें अंधेरे का ईश्वर बनने से कोई नही रोक सकेगा।" वीर, डार्क लीडर को रोकते हुए बोला।

"ये पहले से ही अंधेरे पर एकक्षत्र राज्य कर रहे हैं वीर! कोई भी इनके सम्मुख अपना सिर नही उठा सकता। मुझे शक हो रहा है कही तेरे मन में कुछ और तो नही चल रहा है।" डार्क लीडर ने वीर को संदेहात्मक दृष्टि से घूरते हुए कहा।

"ऐ जलती भट्ठी! चुप हो जा एकदम चुप।" वीर, डार्क लीडर पर झपटा मारते हुए बोला, दोनो लुढ़कते हुए काफी दूर चले गए।

"तुम दोनों बच्चों की तरह लड़ना बन्द करो।" सुपीरियर लीडर उन दोनो को अलग करने की कोशिश करते हुए बोला।

"हमनें सिर्फ तुम्हें आदेश का पालन करने के लिए कहा है मूर्खो! निर्णय मुझे स्वयं ही लेने आता है। मुझे ये मत बताओ कि मुझे क्या चाहिए क्या नही!" ग्रेमाक्ष की आँखे गहरी लाल हो चुकी थी, वह विस्तार की ओर बढ़ा।

यह सब देखकर विस्तार बच्चों की तरह हँस पड़ा था, जिसके कारण ग्रेमाक्ष क्रोध से और अधिक भड़क गया।

"तुम तीनो में ही यह साहस नही है कि मेरा सामना कर सको! इसीलिए तो तब से इसी बहस में उलझे हुए हो कि मुझे कौन मारेगा हाहाहा.. यदि इसे इसके अर्थ के वास्तविक रूप कहें तो पहले कौन है जो मेरे हाथों मरना चाहेगा!" अपने चेहरे पर विचित्र भावों को सजाये विस्तार ने हँसते हुए कहा।

"तुम्हारी यह हिम्मत की हमारे सामने लार्ड ग्रेमाक्ष की बेइज्जती कर सको।" डार्क लीडर, वीर को छोड़ कर विस्तार की ओर लपका, जिसे ग्रेमाक्ष ने हाथों के इशारे से वही रोक दिया।

"ग्रेमाक्ष तुमको अंतिम अवसर भी नही देना चाहता है विस्तार! कोई अंतिम इच्छा हो तो बता दे।" विस्तार को निशाना बनाकर 'सोर्ड-एक्स' को उछाला। विस्तार एक ओर हटते हुए बच गया, उसके चेहरे पल हल्की सी मुस्कान बरकरार थी।

"अब तो मेरी एक ही इच्छा है, तुम सबकी इच्छाओं की बलि देकर तुमको प्रेम से शिक्षा देना।" विस्तार ग्रेमाक्ष को मुँह भिचकाकर चिढ़ाते हुए बोला।

"बहुत ज्यादा बोलते हो तुम! अब मरने के लिए तैयार हो जाओ।" ग्रेमाक्ष अपने अस्त्र को अपने तरफ बुलाते हुए विस्तार की ओर लपका।

"मर तो मैं उसी दिन गया था जिस दिन मुझे यह रूप मिला था ग्रेमाक्ष! मुझे अब जीवित रहने की कोई इच्छा भी नही है पर उससे पहले इस अंधकार को मिटना होगा।" विस्तार अचानक ही गंभीर हो गया उसके जबड़े कस गए, हृदय पुनः आत्मग्लानि की आग में जलने लगा। ग्रेमाक्ष का अगला वार उसके सिर को धड़ से जुदा कर देने वाला था, ऐन वक्त पर विस्तार को इसका ध्यान आया वह एक ओर सरका। इससे उसका गला तो नही कटा परन्तु कंधे पर गहरी चोट लगी।

"तुम्हें कोई आसान मौत नही मिलेगी विस्तार! तड़प-तड़पकर मरने की भीख मांगोगे तुम मुझसे।" विस्तार को एक ओर धक्का देकर उसके सीने को अपने भारी-भरकम पैर से दबाकर उसके गले पर सोर्ड-एक्स रखते हुए ग्रेमाक्ष बोला। ग्रेमाक्ष की अनन्त शक्तियों के समक्ष विस्तार कुछ पल भी नही ठहर पाया था। ग्रेमाक्ष का दबाव बढ़ता जा रहा था जिस कारण सोर्ड-एक्स विस्तार के गर्दन में धँसती जा रही थी। एक विशुद्ध स्याह शक्ति द्वारा निर्मित जीव, ग्रेमाक्ष के पैरों तले कुचला जा रहा था।

"मौत! भीख में मिलने वाली चीज नही है ग्रेमाक्ष!" अपनी सारी ताक़त लगाकर, उसके हथियार को किसी तरह विस्तार अपनी गर्दन से हटा पाने में कामयाब हुए था। "अब तुम्हें मेरी शक्तियों का नमूना भी देखना चाहिए!" ग्रेमाक्ष के दोनों हाथों को पकड़कर पीछे धकेलते हुए विस्तार ने उसके सिर पर जोरदार टक्कर मारी, पर ग्रेमाक्ष अब भी जस का तस खड़ा था, विस्तार यह देखकर हैरान हुआ, इससे पहले उसे ठीक से हैरान होने का अवसर मिल पाता, ग्रेमाक्ष उसके हाथो को और अधिक कस कर पकड़ते हुए उसके सिर पर अपने सिर से जोरदार टक्कर मारता है जिससे विस्तार नीचे की जमीन तोड़ते हुए काफी दूर तक घिसटते हुए कक्ष की दीवार के पास पहुँच गया।

विस्तार की आँखे अब लाल होने लगी थी, उसके हाथों से स्याहियां उड़ने लगी, वह उठकर हवा में कुछ ऊपर गया। वीर अचानक ही तेजी से कक्ष से बाहर निकला।

विस्तार अब पूरा शैतान नजर आ रहा था, उसके सीने पर बना ओमेगा चिन्ह चमकने लगा, इस समय उसे देखकर डार्क लीडर जैसे शैतान की भी हालत खराब होने लगी, वह भी वीर के पीछे पीछे बाहर निकल गया, सुपीरियर लीडर भी उन दोनों का अनुसरण कर बाहर को चला गया।

"यदि तुम युद्ध चाहते हो तो तुम्हें मिलेगा ग्रेमाक्ष!" ग्रेमाक्ष की कमर को कसकर पकड़कर विस्तार तेजी से उड़ते हुए दीवार से जा टकराया अगले ही क्षण दीवार भरभराकर गिरने लगी। विस्तार, ग्रेमाक्ष को लिए वहां से काफी दूर एक पहाड़ी के तल में निकला। विस्तार की आँखे क्रोध से धधक रही थी, ग्रेमाक्ष भी उसे चीर-फाड़ डालने के लिए उतावला हो रहा था।

विस्तार लगातार एक के बाद एक कई घूसे बरसाता गया, ग्रेमाक्ष के चेहरे पर एक बूंद स्याह लहू टपका। उसने विस्तार के हाथों को पकड़कर उसे रोकते हुए उठाकर दूर फेंक दिया।

"तुम मेरे सामने कुछ भी नही हो कीड़े!" ग्रेमाक्ष के सींग तेजी से चमकने लगे, उन पर ऊर्जा तरंगों के रूप में नाचते हुए दिखाई देर ही थी। दोनो सींगों से दो ऊर्जा तरंगे 'बूम रे' निकलकर विस्तार की ओर बढ़ चली, विस्तार थोड़ा ऊपर उठकर उसके उस वार से बच गया। ग्रेमाक्ष ने तुरंत उसकी ओर सोर्ड-एक्स को उछाल फेंका, जिससे बचने के चक्कर में विस्तार अपना संतुलन खो बैठा और गहरी खाई में गिरने लगा।

ग्रेमाक्ष अब आवेश में भर चुका था, उसके कंधे से निकली  बूम रे विस्तार का पीछा करते हुए खाई में गयी, काफी देर तक ग्रेमाक्ष बिना रुके उसपर बूम रे से वार करता रहा, अचानक उसे महसूस हुआ जैसे उसकी ऊर्जा का विरोध हो रहा हो, बूम रे एक स्थान से टकराकर नष्ट हो जा रही थी, जो स्थान तेजी से ग्रेमाक्ष की ओर बढ़ता जा रहा था। यह विस्तार की ओमेगा किरणे थी, अब विस्तार ग्रेमाक्ष के सामने खड़ा था। विस्तार के अगले वार ने ग्रेमाक्ष से उसका हथियार अलग कर दिया।

"तुम इस दुनिया पर राज करना चाहते हो ना ग्रेमाक्ष! देखो तुमने इस दुनिया को क्या बनाया है!" विस्तार ने लपककर उसके सिर को दबोचते हुए बोला।

अचानक ही वहां की भौगोलिक स्थिति बदलने लगी, चारों ओर लाशों के ढेर लगे हुए थे, हड्डियां बिखरी हुई पड़ी थी। अनगिनत अतृप्त आत्माओं के चीखों-पुकार के शोर से कान फटा जा रहा था। सम्पूर्ण वातावरण दुर्गंध से भर गया, अनगिनत लाशों के सड़ने की दुर्गंध से साँस लेना दूभर हो रहा था। अंधेरे की यह दुनिया किसी ऐसे कब्रिस्तान सी लग रही थी जहां लाशों को फेंक दिए जाने के बाद कोई न आता हो। सभी पहाड़ भी हड्डियों के बने हुए नजर आ रहे थे, किसी स्याह दुनिया के कुरूपता का कोई अंत न था।

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"तुम वहां से भागे क्यों वीर?" वीर की ओर लपकते हुए डार्क लीडर ने पूछा।

"इसी दिन के लिए तो मैंने इतना सब व्यवस्था किया है डार्क लीडर! अब मुझे इस दुनिया का स्वामी बनने से कोई नही रोक सकता हाहाहाहा….!" वीर के चेहरे पर कुटिल मुस्कान नृत्य कर रही थी, डार्क लीडर उलझकर ही रह गया। सुपीरियर लीडर भी हैरानी से वीर को ताकते रह गया।

क्रमशः…..


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3 Comments

Farhat

25-Nov-2021 06:41 PM

Good

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Seema Priyadarshini sahay

07-Sep-2021 04:13 PM

बहुत ही खूबसूरत

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Arshi khan

11-Aug-2021 06:25 PM

Good

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